नमस्कार मित्रों, फिर से स्वागत है आपका अपने इस टेक साईट में। दोस्तों, पिछले पोस्ट में आपने जाना था कि “यूट्यूब विडियो को अपने मीडिया प्लेयर में कैसे चलाएं”? तो दोस्तों, हमारा ये पोस्ट ‘इन्टरनेट और सॉफ्टवेर’ का एक मिला-जुला पोस्ट था और आज का मेरा पोस्ट ‘मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स’ से सम्बंधित है जिसमें आप जानेंगे कि यदि हम अपने किसी भी मोबाइल को किसी दूसरे मोबाइल के चार्जर से या मार्केट से ख़रीदे गए लोकल चार्जर से चार्ज करेंगे तब हमें कितने और क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं? तो दोस्तों, आपके कीमती समय को ज्यादा न गंवाते हुए हम सीधे अपने पोस्ट की ओर चलते हैं…
लोकल चार्जर से हमारा क्या मतलब है?
दोस्तों, जब भी हम कोई नया मोबाइल खरीदते हैं, चाहे वो चाइनीज हों या फिर ब्रांडेड, उनमें हमें उन्हें चार्ज करने के लिए एक चार्जर जरूर दिया होता है जो कि ख़ास उसी मोबाइल के लिए डिजाईन किया हुआ होता है। इसीलिए हम इसे परफेक्ट चार्जर कहें तो कोई दिक्कत नहीं होगी। लेकिन दोस्तों कई बार हमारे सामने ऐसे हालात आ जाते हैं जब वो परफेक्ट चार्जर ख़राब हो जाते हैं या फिर अन्य किसी भी कारणों से उस वक़्त हमारे पास नहीं होते हैं और उसी समय हमारे वो मोबाइल भी डिस्चार्ज हो जाते हैं तो हम किसी दूसरे मोबाइल के चार्जर का उपयोग करने लगते हैं या फिर मार्केट जाकर सेम पिन वाला एक नया चार्जर सस्ते दामों में खरीद लाते हैं जिसे कि हम लोकल चार्जर कह सकते हैं।
लोकल चार्जर से चार्ज करने में भला दिक्कत क्या है?
1 ➤ दोस्तों, सबसे पहले तो आप ये जान लें कि हमारे मोबाइल के ऑरिजिनल चार्जर खासतौर से उसी के लिए बनाये हुए होते हैं।
2 ➤ किसी भी मोबाइल में कार्य के अनुसार उसमें बैटरी लगाया जाता है, यानि कि मोबाइल जितना ज्यादा बैटरी का खपत करने वाला होगा उतना ही ज्यादा पावर का बैटरी मोबाइल में यूज़ किया जाता है और फिर इसी बात को देखते हुए उसके चार्जिंग का सर्किट भी डेवलप किया जाता है।
3 ➤ ज्यादा पावर की बैटरी के लिए जाहिर सी बात है कि ज्यादा पावर के चार्जर के इस्तेमाल किये जाएंगे और कम पावर की बैटरी के लिए कम पावर के चार्जर। तो दोस्तों, यहाँ भी यही होता है हमारे लगभग जितने भी चाइनीज फ़ोन्स होते हैं वो सारे बैटरी की ज्यादा खपत करने वाले होते हैं जिस कारण से आप देखते होंगे कि उनके बैटरी की मोटाई भी ज्यादा होते हैं। और फिर जाहिर सी बात है कि जब बैटरी ज्यादा पावर के लगे हैं तो चार्जर भी उसी के अनुसार बनी हुयी होगी यानि कि उसके चार्जर भी ज्यादा पावर के ही होंगे।
4 ➤ और अब बात करते हैं अपने सस्ते, स्लिम और टिकाऊ ब्रांडेड मोबाइल फ़ोन्स की। तो दोस्तों, अपने जितने भी ब्रांडेड फ़ोन्स हैं लगभग सारे ही अच्छे होते हैं और उनके बैटरी भी चाइनीज फ़ोन के मुकाबले में पतले ही होते हैं। तो ऐसे में जाहिर सी बात है कि उनके चार्जर तो चाइनीज़ फ़ोन्स वाले चार्जर के मुकाबले कम पावर के ही होंगे। हालांकि ये अलग बात है कि अपने खासियत और क्षमता के अनुसार कुछ ब्रांडेड फ़ोन्स भी चाईनीज फ़ोन्स से ज्यादा पावर के होते हैं और उनके चार्जर भी चाईनीज फ़ोन्स के चार्जर के मुकाबले ज्यादा पावर वाले होते हैं। लेकिन यहाँ मैं आमतौर पर इस्तेमाल किये जाने वाले फ़ोन्स की बात कर रहा हूँ इसीलिए लगभग ये बात तो बिलकुल ही सटीक बैठती है कि अच्छे गुणवत्ता वाले फ़ोन्स के चार्जर उतने ही पावर के होते हैं जितने की मोबाइल को जरूरत होती है।
5 ➤ अब ऐसे में जब हमारे पास ब्रांडेड मोबाइल के ओरिजिनल चार्जर न होते हों तो आमतौर पर हमलोग करते क्या हैं कि ज्यादा सप्लाई देने वाले चार्जर से ही अपने मोबाइल फ़ोन्स को कनेक्ट कर देते हैं। तो दोस्तों, यहाँ मैं आपको कहना चाहूंगा कि ये बिलकुल ही गलत है और ऐसा करने से आपके मोबाइल खराब तो होंगे ही साथ-ही-साथ बेकार भी हो सकते हैं। जी हाँ दोस्तों, सही सुना आपने। यदि आप चार्जर की इस तरह के अदला-बदली करते हैं तो आपको बहुत ही भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। तो आइये, जानते हैं कि हमें ये नुकसान क्यों उठाना पड़ सकता है?
चार्जर के अदला बदली करने से मोबाइल को कैसे नुकसान होता है?
1 ➤ दोस्तों जब भी आप ज्यादा पावर वाले चार्जर को किसी कम कैपेसिटी वाले फ़ोन में लगते हैं तो उसके चार्जिंग सर्किट्स पर बुरा असर पड़ता है और ओवरलोड हो जाने के वजह से वो शार्ट सर्किट हो जाता है और जल जाता है जिससे कि बाद में उसका रिपेयरिंग भी मुश्किल हो जाता है।
2 ➤ जब मोबाइल के चार्जिंग वाले हिस्से को ज्यादा सप्लाई मिलने लगता है तो वो कुछ विभाग में अतिरिक्त सप्लाई को भेजने भी लग जाता है जिससे कि मोबाइल का कौन-सा फंक्शन काम करना बंद कर देगा कहना मुश्किल है।
3 ➤ ओरिजिनल चार्जर से सारे काम हिसाब से और तालमेल बिठाकर होते हैं लेकिन जब गलत चार्जर का यूज़ किया जाता है तो उनका तालमेल बिगड़ जाता है
और बैटरी को भी हिसाब से ज्यादा करेंट मिलने लगता है जिससे कि वो हीट हो जाता है और हमारे मोबाइल को नुकसान भी पहुंचा सकता है साथ ही गर्म होकर ब्लास्ट भी कर सकता है जिसके साथ हमारे मोबाइल फ़ोन्स भी हम खो सकते हैं।
? यदि कम सप्लाई वाले चार्जर से ज्यादा खपत करने वाले मोबाइल को चार्ज किया जाए तो लगभग कोई समस्या नहीं आती. हालांकि, ऐसे में हमारे मोबाइल के चार्जिंग स्पीड कुछ घट जाते हैं और बैटरी की बैकअप भी कम जाते हैं लेकिन मोबाइल और बैटरी को कोई नुकसान नहीं पहुँचते हैं।
? मित्रों, यहाँ पर मैंने इस बात का पूरा ध्यान रखा है कि ये पोस्ट हमारे सभी बंधुओं को अच्छे से समझ में आएं और वो हमारे बातों को अच्छे से समझ पाएं इसीलिए मैंने इस पोस्ट को बेहद ही सिंपल तरीके से लिखा है। मैंने इसमें उतने ही हाईटेक शब्दों का इस्तेमाल किया है जितने से हमारे किसी भी तरह के बंधुओं को समझने में कोई दिक्कत न हों। इसीलिए दोस्तों, आपसे निवेदन है कि मेरे इस बात को लेकर मेरे योग्यता पर कोई संदेह न करें। मैं उन्हीं टॉपिक पर पोस्ट डालता हूँ जिसका मुझे अच्छे से ज्ञान और प्रैक्टिस है।
? तो दोस्तों, ये था मेरा आज का पोस्ट जो कि पूरी तरह से मैंने अपने नॉलेज से तैयार किया है और ये सारी बातें पूरी तरह से सही हैं क्योंकि ये पोस्ट मैंने एकाएक ही नहीं लिख दिया बल्कि इसे लिखने से पहले मैंने इसके कई उदाहरण देखे हैं और इस बात पर अच्छी तरह से जांच भी किया है। तो दोस्तों, आपको मेरा ये पोस्ट कैसा लगा हमें जरूर बताएं और यदि कहीं पर समझने में कोई दिक्कत हों या फिर आपका कोई सवाल हों तो बेहिचक मुझसे पूछ सकते हैं।
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