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इलेक्ट्रॉनिक्स और रिपेयरिंग की पूरी जानकारी हिंदी में.

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About Us

हैलो दोस्तों, मेरा नाम आनंद कुमार है और मैं इस इलेक्ट्रॉनिक्स ब्लॉग ElectGuru का फाउंडर हूँ। मैं फुल टाइम ब्लॉगर नहीं हूँ और मैं बिहार राज्य का स्थायी निवासी हूँ।

हालाँकि ये ब्लॉग मैंने पैसे कमाने के लिए शुरू किया था लेकिन ब्लॉग्गिंग में अज्ञानता की वजह से आज तक मैं इससे एक भी पैसा नहीं कमा पाया। इसके बावजूद आज के समय में मैं अपने शौक के लिए ब्लॉग्गिंग कर रहा हूँ।

About ElectGuru

Electguru.com ब्लॉग के बारे में…

दोस्तों, electguru.com एक हिंदी ब्लॉग है जिसपर मैं इलेक्ट्रॉनिक्स और रिपेयरिंग से सम्बंधित पोस्ट हिंदी में डालता हूँ। अर्थात Electguru ब्लॉग पर आपको इलेक्ट्रॉनिक्स और रिपेयरिंग की पूरी जानकारी हिंदी में मिलेगी।

मैं बचपन से ही इलेक्ट्रॉनिक्स के बारे में नई-नई बातें जानने के लिए उत्सुक रहा हूँ और हमेशा ही इस पर कुछ-न-कुछ रिसर्च करते रहा हूँ। इसी का नतीजा है कि आज मैं शायद इस लायक हूँ कि आप लोगों की कुछ हेल्प कर सकूं।

दोस्तों, Electguru ब्लॉग की स्थापना मैंने 23 अगस्त, 2016 को किया था। उस समय मुझे ब्लॉग चलाना तो दूर की बात, ठीक से इन्टरनेट चलाना भी नहीं आता था।

शायद यही वजह है कि आज ब्लॉग बनाए हुए 2 साल से भी ज्यादा समय हो जाने के बाद भी मैं अभी तक ब्लॉग्गिंग में सफल नहीं हो सका हूँ।

मेरे बारे में…

मेरा नाम आनंद कुमार है और मैं बिहार राज्य का रहने वाला हूँ। रिपेयरिंग की मेरी कोई दुकान नहीं है, ये काम मैं सिर्फ अपने इंटरेस्ट की वजह से करता हूँ।

पहले खाली समय में मैं दिनभर इलेक्ट्रॉनिक्स से सम्बंधित प्रैक्टिकल ही करता रहता था जिस वजह से आज इसमें मेरी अच्छी जानकारी है।

हालांकि पहले मैं इसी काम से पैसा कमाने के बारे में सोचता था लेकिन गाँव में बहुत सारे लोग सिर्फ काम करवाना जानते हैं, जब पैसे देने की बारी आती है तो उनके पास पैसे नहीं होते हैं।

इस वजह से इस काम में मुझे आजतक सिर्फ नुकसान ही हुआ है। इस बात का मुझे हमेशा दुःख रहेगा कि अपने शौक की वजह से मैंने अपने पिताजी का बहुत सारा पैसा बर्बाद कर दिया।

हालांकि नुकसान होने के बावजूद भी इस क्षेत्र में मेरी रुचि कम नहीं हुई, लेकिन जब से मेरे लिए लैपटॉप ख़रीदा गया तब से मैं आधा समय लैपटॉप पर गुजारने लगा। लेकिन जब तक मेरा लैपटॉप खरीदाया था तब तक इलेक्ट्रॉनिक्स के काम का नशा मेरे खून में मिल चुका था जो कि हमेशा रहेगा।

लैपटॉप ख़रीदे जाने से जहाँ मैं रिपेयरिंग के कामों में कम समय देने लगा वहीं मुझे एक फायदा ये भी हुआ कि मैं दुनिया और आप लोगों के साथ जुड़ सका। लेकिन आज के समय में मैं अपना पूरा दिन एक कंप्यूटर इंस्टिट्यूट को समर्पित किये हुए हूँ।

हालाँकि मेरे पूरे दिन का आधे से ज्यादा समय इसी इंस्टिट्यूट के लिए बीत जाता है लेकिन बाकी समय मैं यहाँ पर ब्लॉग और अपने बाकी के ऑनलाइन कामों को मैनेज करने में लगाता हूँ।

इस इंस्टिट्यूट पर समय देने की वजह से मुझमें और मेरे काम करने के तरीकों में काफी निखार आया है और आज मेरे पास बहुत सारे विकल्प हैं।

मेरी फैमिली के बारे में…

दोस्तों, मैं एक मध्यम परिवार से हूँ और मेरे पिताजी एक किसान हैं। खेती में उन्हें किसी साल मुनाफ़ा होता है तो किसी साल नुकसान का सामना भी करना पड़ जाता है।

बावजूद इसके, उन्होंने कभी भी हम सभी भाई-बहनों को किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं होने दी। आर्थिक तंगी होने के बावजूद भी उन्होंने कभी मुझे काम करने के लिए नहीं कहा और हमेशा मुझे आगे पढाई करने के लिए प्रोत्साहित करते रहे जो कि एक मिडिल क्लास फैमिली के लिए बहुत बड़ी बात होती है।

मेरी पढाई के बारे में…

दोस्तों, साल 2018 में मैंने मैथमेटिक्स विषय के साथ ग्रेजुएशन पूरा किया है और उस समय मेरी उम्र 19 वर्ष 5 महीने की होगी। हालांकि ये मेरी सर्टिफिकेट उम्र है, वास्तव में मेरी उम्र इससे 1-2 साल ज्यादा ही होगी।

मैं हमेशा ही अपने क्लास में फर्स्ट और सभी स्टूडेंट्स से हमेशा ही टॉप आता रहा और अपने टैलेंट और हुनर की बदौलत मैं हमेशा से ही सभी शिक्षकों का प्रिय रहा हूँ। इतना ही नहीं, 6th क्लास तक हमेशा ही मेरा क्रमांक 1 रहा है।

लेकिन पांचवी के बाद मैं लगातार बीमार रहने लगा और साथ ही एक और निजी बात की वजह से 7th में मैं अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सका था। लेकिन 8th क्लास में एक बार फिर से मैं फर्स्ट आया, लेकिन इस बार वर्ग में मेरा क्रमांक 2 था। लेकिन फिर इसके बाद मैट्रिक से लेकर ग्रेजुएशन तक मैं हमेशा ही फर्स्ट (60%+ मार्क्स) आता रहा हूँ।

हालांकि, हमेशा से ही मेरी रुचि सभी विषयों में रही थी लेकिन मेरा सबसे पसंदीदा विषय Mathematics रहा है। जैसे-जैसे मैं पढाई में आगे बढ़ता गया, धीरे-धीरे मेरा झुकाव पूरी तरह से इसी विषय में हो गया और इसका परिणाम ये है कि मेरा ऑनर्स का विषय भी Mathematics ही है।

रिपेयरिंग का काम मैंने कब शुरू किया?

मैंने हमेशा ही पढाई को ज्यादा महत्त्व दिया है और इसके बाद ही किसी दूसरे काम को। लेकिन पढाई के साथ-ही-साथ इलेक्ट्रॉनिक्स के बारे में नई-नई जानकारियाँ पाने और इससे सम्बंधित काम करने के लिए भी मैं बचपन से ही उत्सुक रहा हूँ।

शुरुआत में तो ये काम मैंने अपनी उत्सुकता की वजह से ही शुरू किया था लेकिन ज्यों-ज्यों इस काम में मेरी जानकारी बढ़ती गई, मैं इस क्षेत्र में माहिर होता गया और आज के समय में मैं इलेक्ट्रॉनिक्स से संबंधित अधिकांशतः काम बड़े आसानी से कर लेता हूँ।

शुरुआत में तो मेरे पिताजी मुझे बिजली के काम से दूर रहने को कहा करते थे, लेकिन इस काम में जरूरत से कुछ ज्यादा ही लगाव देखकर उन्होंने मुझे मना करना बन्द कर दिया।

रिपेयरिंग का काम मैंने कहाँ से सीखा?

हालांकि, बचपन में मैंने इलेक्ट्रॉनिक्स के सामान खरीदने में बहुत सारा पैसा लगा दिया था लेकिन इसके बावजूद भी रिपेयरिंग का काम मुझे सही से समझ नहीं आ रहा था। फिर इसके बाद मेरे मन में ख्याल आया कि क्यों न इलेक्ट्रॉनिक्स से सम्बंधित किताब खरीदूं ताकि इस काम को मैं जल्दी से समझ सकूं।

लेकिन ये क्या, मैंने अपने एरिया के बहुत सारे बुक-स्टॉल में खोज लिया लेकिन किसी भी दुकान में मुझे मेरे काम की बुक नहीं मिली। इसके बाद जब मैंने एक दुकानदार से पूछा कि ये किताब मुझे कहाँ मिलेगी, तो उन्होंने कहा कि ऐसी किताबें तो दिल्ली में ही मिल सकती है।

इतना सुनने के बाद मैंने बुक खोजना बंद कर दिया और खुद से ही इसे समझने का मन बना लिया। लेकिन कुछ महीने बाद ही मेरे एक परिचित इलेक्ट्रॉनिक्स दुकानदार इससे सम्बंधित कुछ किताब बेचने के लिए लाये।

उनके पास करीब 50 से भी ज्यादा किताबें होंगी। मैंने चेक करके उनमें से कुछ महत्त्वपूर्ण किताब खरीद लिया और घर आकर उसे पढ़ा तो इलेक्ट्रॉनिक्स के सामानों और औजारों के बारे में मुझे काफी कुछ जानकारी हासिल हो गई।

बता दूं कि उन किताबों में सिर्फ इलेक्ट्रॉनिक्स सामानों और मल्टीमीटर से ही सम्बंधित कुछ जानकारियाँ थीं। इन किताबों से मैंने बहुत कुछ सीखा, लेकिन इसकी सहायता से रिपेयरिंग का काम समझ पाना असंभव था।

लेकिन मेरे लिए इतनी जानकारी भी काफी था। इतनी जानकारी के बाद ही मैं रिपेयरिंग के काम को अच्छे से समझ गया और खुद से ही छोटा-मोटा सर्किट डिजाइन भी करने लगा। इसके बाद धीरे-धीरे इसमें मेरी जानकारी और अनुभव बढ़ती गयी और मैं इस क्षेत्र में माहिर होता गया।

क्या मैंने कभी रिपेयरिंग का कोई कोर्स किया है?

मैंने कहीं भी और कभी भी रिपेयरिंग या इससे सम्बंधित कोई कोर्स नहीं किया है। सच कहूं तो मैंने आज तक पहली क्लास से लेकर ग्रेजुएशन तक पढने के सिवाय और कोई भी पढाई या कोर्स नहीं किया है। यहाँ तक कि मैंने आईटीआई का भी कोर्स नहीं किया हुआ है।

इलेक्ट्रिक क्षेत्र में मैं आज जो कुछ भी हूँ अपने हुनर और अपने पिताजी की तरफ से मिले सपोर्ट की बदौलत ही हूँ। हाँ, इतना मैं जरूर कहना चाहूँगा कि रिपेयरिंग के काम में यदि कहीं भी मुझे कोई समस्या आती थी तो मैं अपने एक परिचित मैकेनिक से मदद जरूर लेता था और आज भी लेता हूँ।

Electguru ब्लॉग पर मैं पोस्ट कैसे डालता हूँ?

आप में से बहुत लोगों के मन में ये ख्याल आ सकता है कि जब मैंने कोई कोर्स नहीं किया है तो फिर मैं ब्लॉग पर जानकारी से भरा हुआ तरह-तरह का पोस्ट कैसे लिख पाता हूँ।

दरअसल, Electguru ब्लॉग पर मैं जो भी पोस्ट लिखता हूँ वो मैं अपनी जानकारी के आधार पर ही लिखता हूँ। अपनी पोस्ट में उतना ही बताता हूँ जितना कि मैं खुद जानता हूँ। यदि कभी अपनी जानकारी से ज्यादा लिखता हूँ तो वो मैं कहाँ से सीखकर लिखता हूँ इस बात की जानकारी उस पोस्ट में जरूर दे देता हूँ।

मुझे अपनी मेहनत से ज्यादा पाने में कोई दिलचस्पी नहीं है, इसलिए इन सभी बातों को आपसे छिपाना मैं उचित नहीं समझता। यदि मुझमें कुछ काबिलियत होगी तो आप इन सभी बातों को जानने के बाद भी मुझे अपना प्यार और सहयोग जरूर देंगे, ऐसा मेरा मानना है।

Electguru  ब्लॉग बनाने का विचार मेरे मन में कब और कैसे आया?

Electguru ब्लॉग बनाने का विचार मेरे मन में उस समय आया जब मैं ब्लॉग और ब्लॉग्गिंग शब्द का मतलब भी नहीं जानता था। यहाँ तक कि मुझे इंटरनेट चलाना भी नहीं आता था।

ब्लॉग बनाने का विचार मेरे मन में मेरे एक पसंदीदा ब्लॉग से 20 अगस्त, 2016 को आया था जिसके बारे में मैं जल्द ही विस्तारपूर्वक और रोचक जानकारी शेयर करूँगा।

Electguru ब्लॉग बनाने में मेरे कुल कितने पैसे खर्च हुए?

शुरुआत के एक साल तक मैंने फ्री में ही ब्लॉग मैनेज किया था अर्थात मुझे एक भी पैसा खर्च नहीं करना पड़ा था। या यूं कहें कि उस समय मैं ब्लॉग्गिंग को सीख रहा था जिस वजह से पैसे खर्च करके ब्लॉग को अपग्रेड करने का विचार मेरे मन में नहीं आया था।

लेकिन इसके बाद अभी तक मैं कुल मिलाकर 10,000 से भी ज्यादा रूपये electguru पर ब्लॉग्गिंग में खर्च कर चुका हूँ। ये पैसे मैंने कैसे और कहाँ पर खर्च किया इसके बारे में भी जल्द ही जानकारी दूंगा।

Electguru ब्लॉग से अभी तक मैं कितना कमा चुका हूँ?

हालांकि मैंने इन्टरनेट से दूसरे सोर्स से कुछ इनकम किया है लेकिन ये बात जानकर आपको शायद हैरानी होगी कि जिस Electguru ब्लॉग पर मैंने इतने पैसे लगा दिए उससे अभी तक मैं एक भी पैसा नहीं कमा पाया।

हालांकि ये अलग बात है कि Electguru ब्लॉग पर एक सोर्स से मैंने 1 डॉलर की कमाई की है लेकिन वो बैलेंस मुझे तब तक नहीं मिल सकेगा जब तक कि मैं $50 (कन्फर्म नहीं हूँ) कमा नहीं लेता।

लेकिन कमाई के इस सोर्स को मैंने अपने ब्लॉग से हटा दिया है जिस वजह से ये कहा जा सकता है कि अभी तक मैंने ब्लॉग्गिंग से एक भी पैसा नहीं कमाया है।

मेरे पसंदीदा ब्लॉग कौन-कौन से हैं?

हालांकि शुरुआत में बहुत से ब्लॉग मुझे पसंद थे लेकिन आज के समय में सिर्फ 3 ब्लॉग ही ऐसे हैं जिन्हें मैं आज भी पसंद करता हूँ।

1) supportmeindia.com – जुमेदीन खान

ये इंडिया का सबसे फेमस ब्लॉग्गिंग ब्लॉग है जिस पर रोजाना हजारों लोग विजिट करते हैं और ब्लॉग्गिंग में जुमेदीन सर की मदद से अपना ब्लॉग चलाते हैं, मैंने भी इस ब्लॉग से बहुत कुछ सीखा है। आज के समय में इस ब्लॉग पर बहुत सारे लोग ऑथर के रूप में भी काम करते हैं।

जुमेदीन सर ने जुलाई 2015 को अपना वेबसाइट बनाया था। जुमे दीन जी इस वेबसाइट पर इंटरनेट के साथ-ही-साथ बहुत तरह के शिक्षाप्रद पोस्ट शेयर करते हैं। उनका हरेक पोस्ट नया और जानकारी से भरा हुआ होता है।

2) hindimehelp.com – रोहित मेवाड़ा

रोहित मेवाड़ा सर भी ब्लॉग्गिंग और इन्टरनेट से सम्बंधित पोस्ट डालते हैं। इस वेबसाइट पर भी बहुत तरह की नई-नई जानकारियाँ शेयर की जाती हैं। इतना ही नहीं, रोहित जी ने ये वेबसाइट जुमे दीन जी से भी पहले बनाया था और खुद जुमेदीन जी भी इनके जूनियर रह चुके हैं। इतना ही नहीं, इन दोनों ही ब्लॉग का इंडिया में एक सामान रेपुटेशन है।

3) enggbharat.com – मदन वर्मा

हालाँकि मदन सर के ब्लॉग पर मैं बहुत कम ही विजिट करता हूँ लेकिन इनके ब्लॉग पर भी बहुत अच्छे-अच्छे पोस्ट पब्लिश किये जाते हैं।

इनका ये ब्लॉग इलेक्ट्रॉनिक्स से ही सम्बंधित है इसलिए ऊपर बताये गए दोनों ब्लॉग के बाद मेरा पहला और एकमात्र पसंदीदा ब्लॉग यही है और फ्री समय में मैं इनके ब्लॉग पर विजिट जरूर करता हूँ।

जहाँ तक कि मुझे जानकारी है मदन सर का इलेक्ट्रॉनिक्स से सम्बंधित एक Youtube Channel है और साथ ही ये और भी बहुत सारे ब्लॉग भी मैनेज करते हैं।

Electguru के अलावे मेरा और कौन-सा ब्लॉग या यूट्यूब चैनल है?

इस ब्लॉग के अलावे मैं कुछ और ब्लॉग और यूट्यूब चैनल को मैनेज कर रहा हूँ जिनके बारे में नीचे बताया जा रहा है…

1) dimagikasrat.com

ये ब्लॉग मैंने सितम्बर 2018 को शुरू किया है और इस पर मैं एंटरटेनमेंट और एजुकेशन से सम्बंधित पोस्ट पब्लिश करता हूँ।

2) Dimagi Kasrat – Youtube channel

dimagikasrat.com पर मैं जो पोस्ट डालता हूँ ठीक उसी पोस्ट का वीडियो बनाकर मैं Dimagi Kasrat नाम के Youtube channel पर डालता हूँ।

3) ElectGuru – Youtube channel

ये चैनल मैंने इलेक्टगुरु ब्लॉग के लिए बनाया था लेकिन जरूरी संसाधनों की कमी के वजह से मैं इस पर काम नहीं कर पाया। लेकिन मेरी कोशिश रहेगी कि जल्द-से-जल्द इस चैनल पर भी काम शुरू कर दूं। यदि आप मुझे संपर्क करना चाहें तो Contact us पेज पर कर सकते हैं।

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